Indian Air Force Day: 8 अक्टूबर को ही क्यों मनाया जाता है भारतीय वायुसेना दिवस?

आज हम भारतीय वायुसेना दिवस क्यों मनाया जाता है और कब मनाया जाता है ?  के बारे में बताने जा रहे है भारतीय वायुसेना दिवस के बारे में जानना है तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े. हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आखिर Indian Air Force Day: 8 अक्टूबर को ही क्यों मनाया जाता है के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करेंगे।

Indian Air Force Day 2023 : हर एक भारतीय के लिए 8 अक्टूबर का दिन बहुत खास है और वो इसलिए क्योंकि 8 अक्टूबर को देश में  इंडियन एयर फॉर्स डे मनाया जाता है. इस दिन से जुड़ी हर एक खास बात आपको पता होनी चाहिए. आखिर क्यों मनाया जाता है इंडियन एयर फॉर्स डे? कहां से हुई थी इसकी शुरुआत? आइए आपको देते है भारतीय वायुसेना से जुड़ी अनके रोचक जानकारी.

Contents

इंडियन एयर फॉर्स डे का इतिहास

इंडियन एयर फोर्स डे, भारतीय वायु सेना (Indian Air Force, IAF) के गठन की वार्षिक जयंती के रूप में मनाई जाती है। यह त्योहार 8 अक्टूबर को हर साल मनाया जाता है और इस दिन भारतीय वायु सेना के गठन तत्कालीन ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा किया गया था। इस दिन को इंडियन एयर फोर्स डे (Indian Air Force Day) के रूप में मनाया जाता है।

भारतीय वायु सेना का गठन 8 अक्टूबर 1932 को हुआ था, और इसलिए यह तारीख इंडियन एयर फोर्स डे के रूप में मनाई जाती है। यह त्योहार भारतीय वायु सेना के वीर जवानों की महानता और सेवा के प्रति समर्पित है। इस दिन पर, वायु सेना के विमानों का प्रदर्शन, परेड, और अन्य उपलब्धियों का आयोजन किया जाता है। साथ ही, इस दिन को समर्पित रूप से वायु सेना के वीर योद्धाओं को सम्मानित करने का अवसर भी बनाया जाता है।

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1 अप्रैल 1933 को वायुसेना का पहला दस्ता बना जिसमें 6 आएएफ-ट्रेंड ऑफिसर और 19 हवाई सिपाहियों को शामिल किया गया था. आजादी के बाद वायुसेना के नाम में से “रॉयल” शब्द को हटाकर सिर्फ “इंडियन एयरफोर्स” कर दिया गया था. किंग जॉर्ज VI ने 1945 में “रॉयल” के साथ IAF के योगदान को सम्मानित किया था. भारत के गणतंत्र बनने के बाद 1950 में इस मानद उपाधि को हटा दिया गया था.

इंडियन एयर फोर्स डे भारतीय वायु सेना के महत्वपूर्ण दिनों में से एक है और यह देश के वायु शक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका का प्रतीक है। इस दिन को वायु सेना के वीर और उनके परिश्रम को सलामी देने के रूप में मनाने का उद्देश्य भी है।

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एयर फोर्स को आर्मी से किसने किया था आजाद?

आजादी से पहले वायु सेना आर्मी के तहत ही काम करती थी. एयर फोर्स को आर्मी से ‘आजाद’ करने का श्रेय भारतीय वायु सेना के पहले कमांडर इन चीफ, एयर मार्शल सर थॉमस डब्ल्यू एल्महर्स्ट को जाता है. आजादी के बाद सर थॉमस डब्ल्यू एल्महर्स्ट को भारतीय वायु सेना का पहला चीफ, एयर मार्शल बनाया गया था. वह 15 अगस्त 1947 से 22 फरवरी 1950 तक इस पद पर बने रहे थे. भारतीय वायुसेना के अस्तित्व में आने के बाद से अब तक यह अपने ध्येय वाक्य ‘नभ: स्पृशं दीप्तम्’ के मार्ग पर चल रहा है. 

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‘नभ: स्पृशं दीप्तम’ कहां से लिया गया?

भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य है- ‘नभ: स्पृशं दीप्तम’. यह गीता के 11वें अध्याय से लिया गया है. यह महाभारत के युद्ध के दौरान कुरूक्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेश का एक अंश है यहीं से इसे लिया गया था.

वायुसेना का ध्वज

वायुसेना ध्वज, वायु सेना निशान से अलग, नीले रंग का है जिसके शुरुआती एक चौथाई भाग में राष्ट्रीय ध्वज बना है और बीच के हिस्से में राष्ट्रीय ध्वज के तीनों रंगों अर्थात्‌ केसरिया, श्वेत और हरे रंग से बना एक वृत्त है. यह ध्वज 1951 में अपनाया गया था.

भारतीय एयरफोर्स दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी वायुसेना है. भारतीय वायुसेना अपनी स्थापना के बाद से अब तक कई युद्धों में शामिल हो चुकी है. भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ चार बार युद्ध में हिस्सा लिया है. पहली बार वायुसेना ने 1948, उसके बाद 1965 और 1971 व 1999 में युद्ध में हिस्सा लिया था. इसके अलावा, वायुसेना 1962 में चीन के सामने अपना दम दिखा चुकी है. 

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भारतीय वायुसेना के सबसे महत्त्वपूर्ण ऑपरेशन:

  • आज़ादी के बाद भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान और पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना युद्ध के दौरान हिस्सा लिया था।
  • ऑपरेशन मेघदूत: सियाचिन ग्लेशियर को नियंत्रित करने वाली ऊँचाइयों पर नियंत्रण पाने के लिये, भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना और अर्द्धसैनिक बलों ने 13 अप्रैल, 1984 को “ऑपरेशन मेघदूत” शुरू किया।
  • भारतीय वायु सेना ने प्राकृतिक आपदाओं जैसे वर्ष 1998 में गुजरात में चक्रवात, वर्ष 2004 में सुनामी आदि के दौरान राहत कार्यों में भाग लिया।
  • IAF के अन्य महत्त्वपूर्ण ऑपरेशन:
    • ऑपरेशन विजय (1961)
    • दूसरा कश्मीर युद्ध (1965)
    • बांग्लादेश मुक्ति संग्राम (1971)
    • ऑपरेशन पूमलाई (1987)
    • ऑपरेशन कैक्टस (1988)
    • कारगिल युद्ध (1999)
    • बालाकोट एयरस्ट्राइक
    • 2019 का भारत-पाक गतिरोध

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निष्कर्ष (Conclusion)

हमने इस पोस्ट में आपको “Indian Air Force Day: 8 अक्टूबर को ही क्यों मनाया जाता है भारतीय वायुसेना दिवस?” के बारे में विस्तार से बताया | मुझे उम्मीद है की आपको मेरा यह लेख जरूर पसंद आया होगा | अगर आपके मन में इस Article को लेकर कोई भी Doubts है या आप चाहते है की इसमें कोई सुधार हो तो आप हमें नीचे दिए Comment करके बता सकते हैं | जहाँ पर आपकी परेशानी को हल करने की कोशिश हमारी पूरी टीम करेगी | अगर आपको हमारा पोस्ट पसंद आया तो आप हमारी इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा Social Media पर Share भी कर सकते हैं |

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Snehil Goyal

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