गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है ?

नमस्कार दोस्तों, हिंदी अपडेट (Hindi Update) में आपका स्वागत हैं | हम यहाँ पर आप सभी लोगों के लिए सारी जानकारी हिंदी में लेकर उपस्थित हुए हैं | दोस्तों आज हम आपको “गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है ? (Why is Republic Day Celebrated ?)” के बारे में बताने जा रहे हैं अगर आपको गणतंत्र दिवस के बारे में पूरी जानकारी चाहिए तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े | हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से इसके बारे में पूरी जानकारी प्रदान करेंगे|

गणतंत्र दिवस (Republic Day) भारत में राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनाया जाता हैं जिसे हम हर वर्ष 26 जनवरी को उत्साह, उमंग और खुशियों के साथ मनाते हैं क्योंकि आज के दिन ही 26 जनवरी 1950 को देश में संविधान लागु किया गया था | 2021 में भारत 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा हैं | 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में भारत के राष्ट्रपति के द्वारा लालकिले पर भारतीय राष्ट्र ध्वज को फहराया जाता हैं और इसके बाद सामूहिक रूप से खड़े होकर राष्ट्रगान गाया जाता हैं |

ध्वजारोहण के बाद देशभर के विभिन्न झांकिया भी निकाली जाती हैं | जिसे देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ती हैं | अभी कुछ ही दिनों बाद देश में 26 जनवरी का त्यौहार आने वाला हैं और इस पर्व को लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व माना जाता हैं चूँकि हमें आज़ादी तो 15 अगस्त को मिली थी लेकिन हम 15 अगस्त के साथ-साथ 26 जनवरी को भी Celebrate करते हैं क्योंकि इसी दिन देश में संविधान लागू हुआ था | अभी भी देशभर में बहुत लोग ऐसे है जिन्हे नहीं पता की गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता हैं और इसे 26 जनवरी को ही क्यों मनाते हैं | आज इस पोस्ट के माध्यम से मैं आपको यही बताने जा रहा हूँ तो चलिए शुरू करते हैं |

Contents

गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता हैं ?

देश के राष्ट्रीय पर्व के रूप में गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता हैं | 26 जनवरी के दिन ही देश की संसद ने भारत सरकार अधिनियम एक्ट, 1935 को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था | संविधान को बनाने में 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन लगे थे | वर्ष 1948 की शुरुआत में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने संविधान की रूपरेखा तैयार कर उसे संविधान सभा में प्रस्तुत किया था उसके बाद नवंबर 1949 में इसमें कुछ और संशोधन कर इसे स्वीकार किया गया था | 26 नवंबर 1949 को ही भारत का संविधान अपनाया गया था लेकिन इसे पारित करने के लिए 26 जनवरी 1950 का दिन चुना गया | 

26 जनवरी का दिन संविधान को लागू करने के लिए इसलिए चुना गया था क्योंकि सन 1929 में इसी दिन कांग्रेस द्वारा अंग्रेजों की गुलामी के विरुद्ध पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पास किया गया था | सन 1929 के दिसंबर माह में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में हुआ था जिसमें यह घोषणा की गयी थी कि यदि 26 जनवरी 1930 तक अंग्रेज सरकार भारत को डोमीनियन का पद नहीं देती है तो भारत खुद को पूरी तरह से स्वतंत्र घोषित कर देगा |

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गणतंत्र दिवस का इतिहास

पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में सन 1929 के दिसम्बर में लाहौर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन हुआ | जिसमे प्रस्ताव पारित कर यह घोषणा की गयी थी की यदि अंग्रेज सरकार 26 जनवरी 1930 तक भारत को डोमिनियन का पद प्रदान नहीं करेगी तो भारत खुद को पूरी तरह से स्वतंत्र घोषित कर देगा और यही हुआ भी और उन्होंने अपना सक्रीय आंदोलन आरम्भ कर दिया | उस दिन से 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त होने तक 26 जनवरी को ही स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता रहा |

उसके बाद जब हमारा देश 15 अगस्त को आज़ाद हुआ तब उस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाने लगा | देश के आज़ाद हो जाने के बाद संविधान सभा की घोषणा हुई जिसने अपना कार्य 9 दिसंबर 1947 से प्रारम्भ कर दिया | इन संविधान सभा के सदस्य के रूप में डॉ० भीमराव अम्बेडकर, जवाहरलाल नेहरू, डॉ० राजेंद्र प्रसाद, सरदार बल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद इत्यादि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे |

देश के संविधान निर्माण में कुल 22 समितियां थी जिसमे सबसे महत्वपूर्ण समिति ड्राफ्टिंग समिति थी क्योंकि इस समिति का कार्य सम्पूर्ण संविधान लिखना या निर्माण करना था | इस ड्राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष डॉ० भीमराव अम्बेडकर थे | अथक प्रयास और मेहनत के बाद संविधान का निर्माण किया गया और 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ० राजेंद्र प्रसाद को भारत का संविधान सुपुर्द किया गया | इसी उपलक्ष में हर वर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता हैं |

इसके ठीक 2  माह के पश्चात 26 जनवरी 1950 को संविधान देशभर में लागु हो गया | 26 जनवरी के महत्त्व को बनाये रखने के लिए इसी दिन संविधान निर्माण सभा द्वारा स्वीकृत संविधान में भारत के गणतंत्र स्वरुप को मान्यता दी गयी | तब से लेकर आज तक हर वर्ष 26 जनवरी को हम गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं |

गणतंत्र दिवस का महत्व

गणतंत्र दिवस हमसब भारतवासी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन हैं क्योंकि आज ही के दिन भारत का संविधान लागू हुआ था | आज भी भारतीय संविधान की दो प्रतियां जो हिंदी और अंग्रेजी में हाथ से लिखी गयी हैं वह अभी तक संसद भवन के पुस्तकालय में सुरक्षित रखी हुई हैं | इसी बात से ही संविधान और गणतंत्र दिवस के महत्त्व को समझा जा सकता हैं | गणतंत्र दिवस के दिन भारत के राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं और राष्ट्रगान गाया जाता हैं उसके बाद विभिन्न झांकिया भी निकाली जाती हैं और देश के सैनिक परेड करते हैं |

निष्कर्ष (Conclusion)

हमने इस पोस्ट में आपको “गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है ?(Why is Republic Day Celebrated ?)”के बारे में बताने का प्रयास किया मुझे उम्मीद है की आपको मेरा यह लेख जरूर पसंद आया होगा | अगर आपके मन में इस Article को लेकर कोई भी Doubts है या आप चाहते है की इसमें कोई सुधार हो तो आप हमें नीचे दिए Comment करके बता सकते हैं | जहाँ पर आपकी परेशानी को हल करने की कोशिश हमारी पूरी टीम करेगी | अगर आपको हमारा पोस्ट पसंद आया तो आप हमारी इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा Social Media पर Share भी कर सकते हैं |

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Snehil Goyal

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